किसी भी उत्पाद को जितने ज़्यादा लोगों में सेल करेंगे। आय भी उतनी ही ज़्यादा होगी। जिससे उत्पाद को दोबारा निर्माण करने में मदद मिलेगी। उत्पाद निर्माण करने के लिए रोज़गार को बढ़ाना होगा, रोज़गार बढ़ेगा तो श्रमिक और व्यापारी दोनों को लाभ होगा। ये क्रम जब लगातार चलेगा, तो अर्थव्यवस्था मज़बूत होगी। अतः बढ़ी हुई आबादी जो आज समस्या लगती है वही विकास का माध्यम बन जाएगी। यही विकास का आर्थिक मॉडल स्वदेश व्यापार मण्डल ने दिया। आज ही कृपया सदस्य बनकर जुड़िये और जानिए सभी बेशकीमती जानकारिया आपके बिजनेस के सर्वविध उत्थान के लिए ।