एक व्यापारी की व्यथा स्वदेश व्यापार मण्डल ही जान सकता है

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देश में काम करने वाले सभी लोगों में सबसे ज़्यादा वर्किंग ऑवर एक व्यापारी का ही होता है। एक व्यापारी अपने कार्य के अंतर्गत सबसे ज़्यादा मानसिक प्रताड़ना का सामना करता है क्योकि उसे उपभोगता व्यवहार भी देखना होता है और प्रशासनिक पेचीदिगिया भी देखनी है। साथ ही उसे व्यापारिक कार्यों की दुष्वारियों से भी गुज़रना पड़ता है। और सभी प्रकार के झंझावतो को झेलने के बाद अपनी संपूर्ण मेहनत से कमाए गए पैसों में से सबसे ज़्यादा टैक्स भी एक व्यापारी ही देता है।

 स्वदेश व्यापार मण्डल ने एक व्यापारी की व्यापार सम्बंधित सभी दुष्वारियों पर एक गहन अध्ययन किया और उनसे निजात दिलाने के लिए एक मॉडल तैयार किया है। आप सभी व्यापारियों से निवेदन है कि जुड़िये स्वदेश व्यापार मण्डल से जिसने आपकी सभी दुष्वारियों को पहचाना और उसको पूर्णतया दूर करने के लिए सतत प्रयासरत है।

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