बहुत जल्दी स्वदेशी व्यापार को मज़बूत बनाना है

| |

सन 1608 में ईस्ट इंडिया कंपनी का पहला जहाज हमारे देश  में सूरत के बंदरगाह पर उतरा। ये विदेशी कम्पनी सिर्फ व्यापार करने आयी थी हमारे देश में लेकिन 1608 से लेकर 1947 तक इन्होने हम पर राज किया । ऐसा  गुलाम बनाया हमें कि सब लूट लिया गया हमारा, हमारा दिल, दिमाग, धरोहर, खनिज, धन, कला, कौशल, ताकत, अर्थ  व्यवस्था, शिक्षा, चरित्र सब लूट के ले गये। बहुत मुश्किल से हम इनसे अपना पीछा छुड़ा पाए और एक नये सिरे से शुरुआत करने की कोशिश की है !

जिन देशों की कुल औकात हमारी आधी भी नहीं है वो भी अपनी कम्पनी हमारे देश में डाले बैठे हैं। वो भी हमारे देश से प्रॉफिट लूट के ले जा रहे है। ये बहुत ही भयानक स्तिथि है इतने छोटे -छोटे देश हमारे हर सेक्टर को लूट रहे है। हमारी रोटी तक हम से छीन रहे है। आप जानते है, ऐसा क्यो हो पा रहा है ? ऐसा केवल इस वजह से हो पा रहा है ,क्योंकि हम नहीं बना पा रहे अपने देश को और उन्हे मौका दे रहे हैं करने देने का । 

“स्वदेश व्यापार मंडल” ने देश के विकास की पूरी योजना बनायी है लेकिन ये आप के बिना सम्भव नही हो पायेगी। इसलिए आप अभी आईये हमारे साथ, बिना एक पल भी गवाये इस परिवार के सदस्य बनिये और काम शुरू करिये क्योकि हमे बहुत जल्दी इस देश को बहुत मज़बूत बनाना है।

एक दिन आपका दान बन्द हो जायेगा और वो गरीब बच्चा या बेसहारा, परिवार अपने पैरो पे खड़ा हो जायेगा

Next